सिखने के प्रतिफल क्या है » Pratiyogita Today

सिखने के प्रतिफल क्या है

इस आर्टिकल में सिखने के प्रतिफल क्या है (Learning Outcomes in Hindi), सीखने के प्रतिफल की विशेषताएं, प्राथमिक स्तर के छात्रों के हिंदी विषय के सिखने के प्रतिफल, न्यून उपलब्धि वाले सीखने के प्रतिफल (गणित विषय), न्यून प्रगति वाले सीखने के प्रतिफल कक्षा 8 (सामाजिक विज्ञान विषय) आदि टॉपिक पर चर्चा की गई है।

शिक्षण अधिगम प्रक्रिया के परिणामस्वरुप बालक के व्यवहार में जो परिवर्तन आता है उसे सिखने के प्रतिफल कहा जाता है।

सिखने के प्रतिफल हमें यह बताते है कि किसी छात्र को किसी कक्षा स्तर के दौरान क्या क्या सिखना जरूरी है। किसी कक्षा स्तर के लिए निर्धारित किए गए अधिगम बिंदुओं को जब छात्र अधिगम कर लें और दैनिक जीवन में उपयोग कर सकें।

विद्यार्थी क्या जानता है व क्या कर सकता है? हमें सीखने के प्रतिफलों के आधार पर पता चलता है।

पठन सामग्री को रटकर याद करने पर आधारित मूल्यांकन से दूर हटाने के लिए सीखने के प्रतिफल बनाए गए हैं।

योग्यता आधारित मूल्यांकन पर जोर देकर शिक्षकों और पूरी व्यवस्था को यह समझने में मदद की गई है कि बच्चे ज्ञान, कौशल और सामाजिक-व्यक्तिगत गुणों और दृष्टिकोण में परिवर्तन के मामले में वर्ष के दौरान एक विशेष कक्षा में क्या हासिल करेंगे।

सीखने के प्रतिफल ज्ञान और कौशल से परिपूर्ण ऐसे कथन है जिन्हें बच्चों को एक विशेष कक्षा या पाठ्यक्रम के अंत तक प्राप्त करने की आवश्यकता है और यह अधिगम संवर्धन शिक्षण शास्त्र विधियों से समर्थित है जिनका क्रियान्वयन शिक्षकों द्वारा करने की आवश्यकता है।

ये कथन प्रक्रिया आधारित हैं और समग्र विकास के पैमाने पर बच्चे की प्रगति का आकलन करने के लिए गुणात्मक या मात्रात्मक दोनों तरीके से जांच योग्य बिंदु प्रदान करते हैं।

सीखने के प्रतिफल की विशेषताएं

  • ये पाठ्यचर्या संबंधी अपेक्षाओं से जुड़े हैं।
  • प्रभावी रूप से अधिगम के अवसर प्रदान करते हैं। जिनमें सामान्य, दिव्यांग, वंचित समूह से संबंधित सभी बच्चे शामिल हैं।
  • समग्र विकास के पैमाने पर बच्चे की प्रगति का आकलन करते हैं।
  • कोई एक प्रक्रिया – सीखने के अनेक प्रतिफल सीखने का एक प्रतिफल – एक से अधिक प्रक्रिया
  • विभिन्न पाठ्यक्रम क्षेत्रों यथा पर्यावरण अध्ययन, विज्ञान, गणित, भाषा व सामाजिक विज्ञान आदि हेतु विकसित।
  • यह प्रक्रिया आधारित हैं।
  • गुणात्मक और मात्रात्मक दोनों तरीकों से जांचने योग्य हैं।

उदाहरण के लिए –

प्राथमिक स्तर के छात्रों के हिंदी विषय के सिखने के प्रतिफल

कक्षा 1 स्तर के छात्रों के हिंदी विषय के सिखने के प्रतिफल

  • छात्र द्वारा स्वर और व्यंजन का उच्चारण और लेखन कर सकना।
  • सिखे गए वर्णों को संबंधित चित्र से मिलान कर सकना।

कक्षा 2 स्तर के छात्रों के हिंदी विषय के सिखने के प्रतिफल

  • छात्र द्वारा स्वरों की मात्रा पहचान सकना।
  • दो वर्णों के अक्षरों का उच्चारण एवं लेखन कर सकना।
  • जान पहचान के चित्रों के नाम लिख सकता।

कक्षा 3 स्तर के छात्रों के हिंदी विषय के सिखने के प्रतिफल

छात्र विभिन्न आयु वर्गों के लोगों के लिए और जानवरों और पक्षियों के भोजन की आवश्यकता का वर्णन करता है।

कक्षा 4 स्तर के छात्रों के हिंदी विषय के सिखने के प्रतिफल

विद्यार्थी दैनिक जरूरतों जैसे भोजन, कपड़ा, पानी आदि के उत्पादन और खरीद की प्रक्रिया की व्याख्या करता है।

यही सिखने के प्रतिफल (Learning Outcome in hindi) है। सिखने के प्रतिफलों को अधिगम प्रतिफल या अधिगम संकेतांक भी कहा जाता है। सिखने के प्रतिफल का उद्देश्य होता है कि छात्र ने जो कक्षा कक्ष में सिखा है/ दक्षता/कौशल अर्जित किया है वो क्या उनका दैनिक जीवन में उपयोग कर पा रहा है।

न्यून उपलब्धि वाले सीखने के प्रतिफल (गणित विषय)

कक्षा 3 – सेंटीमीटर या मीटर जैसी मानक इकाइयों का उपयोग करके लंबाई और दूरी का मापन करना, अनुमान लगाना और इनके बीच संबंध को पहचानना।

कक्षा 5 – दैनिक जीवन की स्थितियों में संख्याओं के संचालन को लागू करता है।

कक्षा 8 – घनाकार और बेलनाकार वस्तु की सतह का क्षेत्रफल और आयतन निकालना।

दैनिक जीवन की समस्याओं को हल करने में विभिन्न बीजीय व्यंजकों का उपयोग करना।

पैटर्न के माध्यम से तर्कसंगत संख्याओं के जोड़, घटाव, गुणा और भाग के गुणों का सामान्यीकरण कर पाना।

इकाई वर्ग ग्रिड/ ग्राफ शीट का उपयोग करके बंद आकृतियों के अनुमानित क्षेत्र का पता लगा पाना।

न्यून प्रगति वाले सीखने के प्रतिफल कक्षा 8 (सामाजिक विज्ञान विषय)

स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में ग्रामीण और शहरी स्थानीय सरकारी निकायों के कामकाज का वर्णन करना।

औपनिवेशिक काल के दौरान पहले से मौजूद शहरी केंद्रों और हस्तशिल्प उद्योग की गिरावट और नए शहरी केंद्रों और भारत में उद्योग के विकास का विश्लेषण करना।

दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में खेती और विकास के प्रकार के बीच अंतर्संबंध अंकित करना।

विज्ञान विषय : प्रश्नों के उत्तर की तलाश के लिए सरल जांच आयोजित करना।

Also Read :

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

  1. सीखने के प्रतिफल से क्या अर्थ है?

    उत्तर : सिखने के प्रतिफल हमें यह बताते है कि किसी छात्र को किसी कक्षा स्तर के दौरान क्या क्या सिखना जरूरी है। किसी कक्षा स्तर के लिए निर्धारित किए गए अधिगम बिंदुओं को जब छात्र अधिगम कर लें और दैनिक जीवन में उपयोग कर सकें।

  2. सीखने के प्रतिफल का उद्देश्य क्या है?

    उत्तर : सिखने के प्रतिफल का उद्देश्य होता है कि छात्र ने जो कक्षा कक्ष में सिखा है/ दक्षता/कौशल अर्जित किया है वो क्या उनका दैनिक जीवन में उपयोग कर पा रहा है।

  3. कक्षा 3 स्तर के छात्रों के हिंदी विषय के सिखने के प्रतिफल कौन कौन से हैं?

    उत्तर : कक्षा 3 स्तर के छात्रों के हिंदी विषय के सिखने के प्रतिफल : छात्र विभिन्न आयु वर्गों के लोगों के लिए और जानवरों और पक्षियों के भोजन की आवश्यकता का वर्णन करता है।

Sharing Is Caring:  
About Mahender Kumar

My Name is Mahender Kumar and I do teaching work. I am interested in studying and teaching compititive exams. My education qualification is B. A., B. Ed., M. A. (Political Science & Hindi).

Leave a Comment