चौथे आम चुनाव 1967 में कांग्रेस को लोकसभा में तो बहुमत मिल गया परंतु 7 राज्यों के विधानसभा चुनावों में बहुमत नहीं मिला। 2 राज्यों में दल-बदल के कारण कांग्रेस सरकार नहीं बना सकी। इस प्रकार 9 राज्यों पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, मद्रास और केरल से सत्ता हाथ से निकल गई।
मद्रास में एक क्षेत्रीय पार्टी डीएमके जो हिंदी विरोधी आंदोलन के कारण पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई। चुनावी इतिहास में यह पहली घटना थी जब किसी गैर कांग्रेसी दल को किसी राज्य में पूर्ण बहुमत मिला हो। बाकी 8 राज्यों में गैर कांग्रेसी दलों के गठबंधन की सरकार बनी।
भारतीय राजनीतिक दल व्यवस्था जो अब तक कांग्रेस प्रधान अथवा एक दलीय प्रभुत्व वाली व्यवस्था के रूप में जानी जाती थी, प्रतियोगी दलीय व्यवस्था में तब्दील हो गई। अतः भारतीय राजनीति में एक दल के प्रभुत्व का दौर 1967 में समाप्त हुआ।
भारतीय राजनीति में एक दल के प्रभुत्व का दौर कब समाप्त हुआ?
Mahender Kumar Changed status to publish January 22, 2023