[MCQ] बाल विकास का एरिक्सन का मनोसामाजिक सिद्धांत
Child Development and pedagogy multiple choice questions (mcq) in hindi
बाल विकास बहुविकल्पी प्रश्न उत्तर, बाल विकास के सिद्धांत, बालक के विकास का एरिक्सन का मनोसामाजिक सिद्धांत।
Child Development and pedagogy multiple choice questions mcq for REET, CTET, UPTET, KVS, NVS Teacher exam.
Discription - इस आर्टिकल में बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र के अंतर्गत एरिक्सन का मनोसामाजिक विकास का सिद्धांत संबंधित महत्वपूर्ण बहुविकल्पी प्रश्न उत्तर (MCQ) दिए गए हैं जो REET, CTET, UPTET, KVS, NVS Teacher exam के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
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Q.1. एरिक्सन के मनोसामाजिक विकास सिद्धांत के अनुसार -
I. व्यक्तित्व का विकास जैविक, परिपक्वता और सामाजिक कारकों की अंतर्क्रिया का परिणाम है
II. मनोसामाजिक अवस्था का निर्माण उसके पूर्वावस्था में हुएं विकास से संबंद्ध होता है
III. व्यक्तित्व विकास की व्याख्या हेतु वातावरण एवं वंशानुक्रम की भूमिकाओं पर बल दिया गया है।
IV. सामाजिक, मानवशास्त्रीय और जैविक कारकों का व्यक्तित्व में एकीकरण पर बल देता है
कूट -
(A) कथन I, II और III सही है
(B) कथन I, II और IV सही है
(C) कथन II, III और IV सही है
(D) कथन I, II, III और IV सही है
व्याख्या - एरिक्सन ने व्यक्तित्व विकास की व्याख्या हेतु समाज एवं स्वयं की भूमिकाओं पर बल दिया गया है।
Q. 2. निम्न में से कौन सा कथन सत्य नहीं है -
(A) एरिक्सन ने व्यक्तित्व के विकास के लिए सामाजिक कारकों के महत्व पर जोर दिया।
(B) एरिक्सन ने व्यक्तित्व विकास की प्रत्येक अवस्था के सकारात्मक और नकारात्मक परिणाम संभव बताएं।
(C) एरिक्सन के अनुसार जीवन का मुख्य उद्देश्य अपनी मूल पहचान (एकात्मकता) बनाने में लगे रहना है।
(D) एरिक्सन के अनुसार व्यक्ति की महानता का कारण उसका वंशानुक्रम है।
Q. 3. एरिक्सन ने बाल विकास की अवस्था बताई है ?
(A) जन्म से लेकर किशोरावस्था तक
(B) जन्म से लेकर प्रोढावस्था तक
(C) जन्म से लेकर बाल्यावस्था
(D) बाल्यावस्था से लेकर किशोरावस्था तक
व्याख्या - सिग्मंड फ्रायड ने बाल विकास की अवस्था जन्म से लेकर किशोरावस्था तक बताई है।
Q. 4. एरिक्सन के अनुसार बाल विकास की प्रथम अवस्था में संघर्ष होता है -
(A) घनिष्ठता बनाम एकाकीपन
(B) सृजनात्मकता बनाम ठहराव
(C) विश्वास बनाम अविश्वास
(D) पहल करना बनाम अपराध बोध
Q. 5. सुम्मेलित किजिए -
सूची A संघर्ष | सूची B अवस्था |
---|---|
a. विश्वास बनाम अविश्वास | 1. लैंगिक |
b. आत्मनिर्भरता बनाम शंका/लज्जा | 2. सुप्तावस्था |
c. पहल करना बनाम अपराध बोध | 3. गुदीय |
d. उद्यमिता बनाम हीन भावना | 4. मुखीय |
कूट -
(A) a-3, b-4, c-1, d-2 (B) a-4, b-3, c-1, d-2
(C) a-2, b-4, c-3, d-1 (D) a-2, b-4, c-1, d-3
Q. 6. एरिक्सन के मत में प्रत्येक मनोसामाजिक अवस्था में तीन R होते हैं। तीन R से तात्पर्य है ?
(A) Ritualistic, Ritual, Remember
(B) Really, Right, Remember
(C) Right, Remaining, Received
(D) Ritualization, Ritual, Ritualism
व्याख्या - Ritualization - कर्मकाण्डता, Ritual - कर्मकांड, Ritualism - कर्मकाण्डवाद
Q.7. एरिक्सन के मनोसामाजिक सिद्धांत की महत्वपूर्ण विशेषता है ?
(A) आशावादी दृष्टिकोण
(B) सकारात्मक एवं नकारात्मक पक्षों का संतुलन
(C) बालक के व्यक्तित्व विकास को सामाजिक आधार
(D) उपर्युक्त सभी
व्याख्या - आशावादी दृष्टिकोण - एक अवस्था में असफलता मिलने पर भी अगली अवस्था में सफलता मिल सकती है। जिसे एरिक्सन ने अवस्थाओं के संघर्ष में बनाम शब्द प्रयोग किया है। जो नकारात्मक बनाम सकारात्मक का द्योतक है।
Q. 8. सुम्मेलित किजिए -
सूची A संघर्ष | सूची B अवस्था |
---|---|
a. एकात्मकता/तदात्मिकता बनाम भ्रांति | 1. प्रोढावस्था |
b. घनिष्ठता बनाम एकाकीपन | 2. परिपक्वता |
c. सृजनात्मक बनाम ठहराव | 3. किशोरावस्था |
d. सम्पूर्णता बनाम हताशा | 4. पूर्व प्रोढावस्था |
कूट -
(A) a-3, b-4, c-2, d-1 (B) a-3, b-4, c-1, d-2
(C) a-2, b-4, c-3, d-1 (D) a-2, b-4, c-1, d-3
Q. 9. एरिक्सन ने व्यक्तित्व के तीन कारक बताएं जिसके प्रभाव के फलस्वरूप ही विकास होता है। वे हैं ?
(A) शरीर, अहम, समाज या संस्कृति
(B) संस्कृति, वातावरण, वंशानुगत
(C) शरीर, इदम, वातावरण
(D) समाज, विद्यालय, बुद्धि
Q. 10. एरिक्सन की प्रसिद्ध पुस्तक जिसमें मनोसामाजिक विकास की 8 अवस्थाएं बताई गई है ?
(A) चाइल्डहुड एंड सोसायटी
(B) आइडेंटिटी : यूथ एंड क्राइसिस
(C) टॉय एंड रिजन
(D) एडल्टहुड
Q. 11. सुम्मेलित किजिए -
सूची A संघर्ष | सूची B उत्पन्न मनोसामाजिक शक्ति |
---|---|
a. एकात्मकता/तदात्मिकता बनाम भ्रांति | 1. स्नेह (प्रेम) |
b. घनिष्ठता बनाम एकाकीपन | 2. देखभाल |
c. सृजनात्मक बनाम ठहराव | 3. कर्त्तव्यनिष्ठा |
d. सम्पूर्णता बनाम हताशा | 4. परिपक्वता (समझदारी प्रज्ञा) |
कूट -
(A) a-3, b-1, c-2, d-4 (B) a-3, b-4, c-2, d-1
(C) a-2, b-4, c-3, d-1 (D) a-2, b-4, c-1, d-3
Q. 12. मनोसामाजिक विकास की प्रत्येक अवस्था में उत्पन्न होने वाले संकट (Crisis) का निराकरण हो जाने पर एक मनोसामाजिक शक्ति का उद्भव होता है। जिसे एरिक्सन ने संज्ञा दी है -
(A) लिबिडो
(B) मूल पहचान
(C) सदाचार
(D) कर्मकांड
Q. 13. एरिक्सन का मानना है कि कुछ किशोर भ्रांति का समाधान नहीं करना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि यह पहचान संकट कुछ समय तक बना रहे। इसे एरिक्सन ने कहा है ?
(A) मनोसामाजिक सृजनात्मकता
(B) इच्छा शक्ति
(C) मूल पहचान
(D) मनोसामाजिक विलंबन
Q. 14. सुम्मेलित किजिए -
सूची A संघर्ष | सूची B उत्पन्न मनोसामाजिक शक्ति |
---|---|
a. विश्वास बनाम अविश्वास | 1. सामर्थ्य |
b. आत्मनिर्भरता बनाम शंका/लज्जा | 2. उद्देश्य |
c. पहल करना बनाम अपराध बोध | 3. इच्छा शक्ति |
d. परिश्रम/उद्यमिता बनाम हीन भावना | 4. आशा |
कूट -
(A) a-3, b-4, c-1, d-2 (B) a-3, b-4, c-2, d-1
(C) a-2, b-4, c-3, d-1 (D) a-4, b-3, c-2, d-1
Q. 15. एरिक्सन के अनुसार किस अवस्था में कोई मनोसामाजिक संकट (Crisis) उत्पन्न नहीं होता है बल्कि व्यक्ति स्वयं पिछली मनोसामाजिक अवस्थाओं का मूल्यांकन करता है ?
(A) सृजनात्मकता बनाम ठहराव
(B) सम्पूर्णता बनाम हताशा
(C) पहल शक्ति बनाम अपराध बोध
(D) विश्वास बनाम अविश्वास
Q. 16. एरिक्सन की पुस्तक है -
(A) गांधी की सच्चाई
(B) टॉय एंड रिजन
(C) एडल्टहुड
(D) उपर्युक्त सभी
Q. 17. सुम्मेलित किजिए -
सूची A संघर्ष | सूची B अवस्था |
---|---|
a. एकात्मकता/तदात्मिकता बनाम भ्रांति | 1. अल्प व्यस्कता |
b. घनिष्ठता बनाम एकाकीपन | 2. परिपक्वता |
c. सृजनात्मक बनाम ठहराव | 3. किशोरावस्था |
d. सम्पूर्णता बनाम हताशा | 4. मध्य व्यस्कता |
कूट -
(A) a-3, b-1, c-2, d-4 (B) a-3, b-4, c-2, d-1
(C) a-2, b-4, c-3, d-1 (D) a-2, b-4, c-1, d-3
Q. 18. किसके अनुसार समस्या कोई संकट नहीं होती है बल्कि संवेदनशीलता और सामर्थ्य को बढ़ाने वाला महत्वपूर्ण बिंदु होती है। समस्या का व्यक्ति जितनी सफलता के साथ समाधान करता है उसका उतना ही अधिक विकास होता है।
(A) सिग्मंड फ्रायड
(B) एरिक्सन
(C) प्याजे
(D) कोहलबर्ग
Q. 19. सुम्मेलित किजिए -
सूची A संघर्ष | सूची B अवस्था |
---|---|
a. विश्वास बनाम अविश्वास | 1. प्रारंभिक बाल्यावस्था |
b. आत्मनिर्भरता बनाम शंका/लज्जा | 2. स्कूल की अवस्था |
c. पहल शक्ति बनाम अपराध बोध | 3. शैशवास्था |
d. परिश्रम/उद्यमिता बनाम हीन भावना | 4. खेल की अवस्था |
कूट -
(A) a-3, b-4, c-1, d-2 (B) a-3, b-1, c-4, d-2
(C) a-2, b-4, c-3, d-1 (D) a-2, b-4, c-1, d-3
Q. 20. एरिक्सन और सिग्मंड फ्रायड के सिद्धांतों में समानता नहीं है, उस विकल्प का चयन करें -
(A) महत्वपूर्ण अवस्थाओं का वर्णन
(B) जैविक और लैंगिक आधारों को महत्व
(C) अहं, इदं और पराहं का प्रयोग
(D) उपर्युक्त सभी में
व्याख्या - एरिक्सन ने मानव विकास की 8 महत्वपूर्ण अवस्थाओं का वर्णन किया है जबकि फ्रायड ने 5 अवस्थाओं का वर्णन किया है।
Q. 21. सुम्मेलित किजिए -
सूची A संघर्ष | सूची B आयु |
---|---|
a. विश्वास बनाम अविश्वास | 1. 3 से 5 वर्ष |
b. आत्मनिर्भरता बनाम शंका/लज्जा | 2. 6 से 12 वर्ष तक |
c. पहल शक्ति बनाम अपराध बोध | 3. 1.5 से 3 वर्ष तक |
d. परिश्रम/उद्यमिता बनाम हीन भावना | 4. जन्म से 1.5 वर्ष तक |
कूट -
(A) a-3, b-4, c-1, d-2 (B) a-3, b-4, c-2, d-1
(C) a-2, b-4, c-3, d-1 (D) a-4, b-3, c-1, d-2
Q. 22. फ्रायड और एरिक्सन के सिद्धांतों से संबंधित निम्न कथनों पर विचार किजिए -
(a) फ्रायड ने अहं को व्यक्तित्व का कार्यकारिणी पहलू माना जबकि एरिक्सन ने स्वतंत्र संरचना माना
(b) फ्रायड ने मनुष्य को अविवेकी मानकर व्यवहारों की व्याख्या की जबकि एरिक्सन ने मनुष्य को विवेकी प्राणी मानकर
(c) फ्रायड ने बालक के व्यक्तित्व विकास में माता-पिता के प्रभावों को सर्वोपरि माना जबकि एरिक्सन ने मनोऐतिहासिक परिस्थिति को महत्वपूर्ण माना
(d) फ्रायड ने बालक के विकास की 5 महत्वपूर्ण अवस्थाओं का वर्णन किया जबकि एरिक्सन ने 8 महत्वपूर्ण अवस्थाओं का वर्णन किया
कूट -
(A) कथन a, b और d सही है
(B) कथन a, b और c सही है
(C) कथन a, c और d सही है
(D) कथन a, b, c और d सही है
Q. 23. सुम्मेलित किजिए -
सूची A संघर्ष | सूची B आयु |
---|---|
a. एकात्मकता/तदात्मिकता बनाम भ्रांति | 1. 18 से 35 वर्ष |
b. घनिष्ठता बनाम एकाकीपन | 2. 12 से 18 वर्ष |
c. सृजनात्मक बनाम ठहराव | 3. 35 से 50-65 वर्ष |
d. सम्पूर्णता बनाम हताशा | 4. 50-65 वर्ष के बाद |
कूट -
(A) a-3, b-4, c-1, d-2 (B) a-3, b-4, c-2, d-1
(C) a-2, b-1, c-3, d-4 (D) a-2, b-4, c-1, d-3