शीत युद्ध से संबंधित शब्दावली नहीं है -
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The Correct Option is D. पेरोस्त्रोइका
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कगारवाद : शीत युद्ध के दिनों संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेश नीति पर विदेशी मंत्री (सैक्रेटरी ऑफ स्टेट) जान फास्टर डल्लेस छाया हुआ था। इस पर वह 1953 से 1959 ई. तक रहा। वह संयुक्त राज्य की साम्यवाद के परिसीमन की नीति को अपर्याप्त मानता था और साम्यवाद को पीछे धकेलने की आक्रामक नीति की हिमायत था।
इसके लिए वह जनता को साम्यवादी जुल्म से छुटकारा दिलाना जरूरी समझता था। उसने कुछ खतरनाक सिद्धातो का प्रतिपादन किया।
इनमें से एक था 'व्यापक प्रतिशोध' का सिद्धांत जिसका मतलब परमाणु हथियारों का प्रयोग था।
उसका दूसरा सिद्धांत था 'कगारवाद' (ब्रिकमेनशिप)। इसका अर्थ यह था कि सोवियत संघ को धकेलकर युद्ध के कगार तक ले जाना ताकि उससे रियायतें हासिल की जा सकें।
उसने घोषणा की कि “लड़ाई में उलझे बिना हालात को लडाई के कगार तक ले जाने की क्षमता” राजनेता का आवश्यक गुण है।
एम ए डी (मैड) : 'सुनिश्चित पारस्परिक विनाश' (म्युचुअली एश्योर्ड डिस्ट्रक्शन) के सिद्धांत का मतलब यह था कि विनाशकारी हथियारों से लैस देश लड़ाई में इसलिए नहीं उतरेंगे कि उन्हें मालूम है कि यदि वे इन हथियारों के बल पर शत्रु देश को बर्बाद करने में सफल हो गए तो दूसरा पक्ष स्वयं उन्हें भी नष्ट कर देगा। (अंग्रेजी में इस सिद्धांत का परिवर्णी शब्द
'मैड' (पागलपन) इसके सही मतलब की झलक देता है।
मैकार्थीवाद : जिसे दूसरे रेड स्केयर के रूप में भी जाना जाता है। वामपंथी व्यक्तियों का राजनीतिक दमन और उत्पीड़न था और 1940 के दशक के अंत से 1950 के दशक के दौरान अमेरिकी संस्थानों पर कथित कम्युनिस्ट और सोवियत प्रभाव और संयुक्त राज्य अमेरिका में सोवियत जासूसी का डर फैलाने वाला एक अभियान था।
पेरोस्त्रोइका : अर्थ - पुनः संरचना। शीत युद्ध की समाप्ति के बाद राजनीतिक और आर्थिक प्रणाली का पुनर्गठन, पुनर्निर्माण और आर्थिक सुधार की नीति रूसी राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाच्योव द्वारा अपनाई गई। इन नीति का कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा विरोध किया गया।
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